December 4, 2024

Sher-E-Saahir

मेरी कलम से आपके दिल तक का एक सफर…

सबका कोई हो मेरा धर्म तुम ही हो Sabka Koi Ho Mera Dharm Tum Hi Ho

Sabka Koi Ho Mera Dharm Tum Hi Ho ….. In English

Sabka koi ho mera dharm tum hi ho,

          Uska farmaaya mujhpar karam tum hi ho,

Mere har ek zakhm ka ho tum hi sabab,

          Saare zakhmon ka lekin marham tum hi ho.

 

 

सबका कोई हो मेरा धर्म तुम ही हो ….. In Hindi

“सबका कोई हो मेरा धर्म तुम ही हो,

            उसका फ़रमाया मुझपर करम तुम ही हो | 

मेरे हर एक ज़ख्म का हो तुम ही सबब,

            सारे ज़ख्मों का लेकिन मरहम तुम ही हो || “

 

ध्यान दें :-

दोस्तों अगर आपको ये पंक्तिया पसंद आयीं तो पूरी ग़ज़ल के लिए मेरे YouTube channel Sher-E-Saahir को देखें और Subscribe करें | 

नीचे दिए गए Facebook और Whatsapp बटन के माध्यम से आप इसे  Share भी कर सकते हैं जिसे की दूसरे लोग भी इसका आनन्द उठा सकें |

यदि आपको इसी तरह की नयी ग़ज़लें, शायरी और कवितायेँ रोज़ चाहियें तो आप नीचे दिए गए Bell icon पर Click कर सकते हैं और पा सकते हैं |